Monday, September 25, 2006

29. सुक्खू के मील में दुर्घटना

सुक्खू के मील आज कै रोज से बंद हल । से गोहुम के गेठरी के कतार मील के ओसारा में लगावल हल आउ दोसर दने तेल पेरावे ओलन के तोरी-तीसी के बोरा के साथे कनस्टर आउ डील भी सटा-सटा के रखल हल । सउँसे मील कबाड़ीखाना नियन भरल हल । आज तेसरा दिन भी बीत चलल बाकि कसबा से कोई बढ़का मिस्तीरी न आयल हल । से सुक्खू अपन छोटके मिस्तीरी के साथे मील के पूरजा खोलके खुट-खाट करलक आउ ओकरा लगल कि मील अब ठीक भे गेल हे । से ऊ मील के चक्का पर बढ़का पट्टा चढ़ा के मसीन खोल देलक । मसीन फक्-फक् करके चार फेरा घूरल आउ फिनो पट्टा उतर के फेंका गेल । ओसारा में बइठल खदेरन उहाँ जाके फिनो पट्टा चढ़ावे लगलन तब तक मिस्तीरी मसीन चालू कर देलक हल । एने खदेरन के गमछा पट्टा में अझुरा गेल आउ पट्टा के साथे ऊ दू लोघड़नियाँ खा गेलन । खरीयत हल कि खदेरन के हाथ-गोड़ ओकरा में नऽ चपायल हल न तो आज उनकर जिनगी के लीला मीले के साथे खतम हो जाइत हल । खदेरन के लोघड़ाइत देखके सुक्खू आउ ओहिजा के दू-तीन गो अदमी धउगलन । मिस्तीरी मील बन कर देलक हल । सब लोग खदेरन के उठा के बहरी एगो खटिया पर सुता देलन । सुक्खू उनका पंखा हउँकइत हल आउ मिस्तीरी धउग के अस्पताल में डगदर के लिआवे चल गेल ।

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